बाइक पर सवार होकर गांव में पहुंचे शिवराज, लोगों ने कंधे पर उठाकर किया पूर्व सीएम का स्वागत cm shivraj singh in village
अपने काफिले को छोड़ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बाइक पर सवार हो गए और गांव में लोगों से मिलने जा पहुंचे.
राज्य में 13 साल का लंबा कार्यकाल बिताने वाले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब खुलकर आम जनता से मेल-मुलाकात कर रहे हैं. अपने मुख्यमंत्रित्व काल में हेलीकॉप्टर और निजी विमान से यात्रा करने वाले शिवराज अब आम जनता के बीच ट्रेन की सवारी कर रहे हैं. गुरुवार को ही उन्होंने भोपाल से बीना तक का सफर रेल में बैठकर किया. इस दौरान लोग पूर्व सीएम के साथ खुद को सेल्फी लेने से नहीं रोक सके.
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने गृह जिले सीहोर में मतदाताओं का आभार जताने पहुंचे. इसी बीच अपने काफिले को छोड़ शिवराज बाइक पर सवार हो गए और कच्चे रास्ते से सफर करते हुए एक गांव में लोगों से मिलने जा पहुंचे. बाइक पर पूर्व सीएम को देख ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी.
अपनी बुधनी विधानसभा के अमढोह गांव में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक शिवराज सिंह चौहान को लोगों ने कंधे पर उठा लिया. वहीं उनके साथ चल रहे बेटे कार्तिकेय चौहान को भी लोगों ने कंधे पर उठाकर खुशी जाहिर की. चौहान ने इस दौरान गृह क्षेत्र के अलग-अलग गांवों ढाबा, आमाझीर, बिलपाटी, बनियागांव, अमीरगंज और सिराली में लोगों को संबोधित किया.
अपने स्वागत से गदगद पूर्व सीएम ने ट्वीट किया, ''आमाझीर में आप सभी ने आत्मीय स्वागत किया, आपका हृदय से आभार. मेरा जीवन आप सभी की सेवा के लिए समर्पित है. कुछ लोग भावुक भी हो गए है, लेकिन आप चिंता ना करें, मैं सदा आपके साथ हूं. सभी स्वीकृत योजनाएं पूरी मैं करवाऊंगा,ज़रूरत पड़ी तो नई बनवाएंगे.''
सोशल मीडिया पर खुद को 'कॉमन मैन ऑफ द मध्य प्रदेश' घोषित कर चुके पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार देर रात कड़कड़ाती सर्दी में भोपाल की सड़कों पर आम जनता का हालचाल जानने निकल पड़े. इसी दौरान अचानक उन्होंने एक रैन बसेरे की ओर रुख किया और वहां रात गुजार रहे लोगों से कुशलक्षेम पूछी. सूबे के पूर्व मुखिया को इस तरह अपने बीच पाकर वहां आराम कर रहा मजबूर तबके के लोग गदगद हो गए.
रैन बसेरे में ठहरे वृद्धजन ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को बातचीत के दौरान बताया कि उनकी सरकार में दिया गया ठेला उसकी कमाई का जरिया बना हुआ है. वह भोपाल के सात नंबर इलाके में चाय बेचता है. इसको लेकर उसने सीएम को धन्यवाद दिया. वहीं, अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए चायवाले ने कहा, 'मैं बिना मकान के जी रहा हूं. मुझे घर नहीं मिल पाया.' इस पर शिवराज ने कहा कि संबल योजना इसलिए ही बनाई थी ताकि लोगों को घर मिल सकें. उन्होंने बेघर को आश्वासन दिया कि वह इसके लिए लड़ेंगे.
राज्य में 13 साल का लंबा कार्यकाल बिताने वाले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब खुलकर आम जनता से मेल-मुलाकात कर रहे हैं. अपने मुख्यमंत्रित्व काल में हेलीकॉप्टर और निजी विमान से यात्रा करने वाले शिवराज अब आम जनता के बीच ट्रेन की सवारी कर रहे हैं. गुरुवार को ही उन्होंने भोपाल से बीना तक का सफर रेल में बैठकर किया. इस दौरान लोग पूर्व सीएम के साथ खुद को सेल्फी लेने से नहीं रोक सके.
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