RBI का सनसनीखेज खुलासा, हर 4 घंटे में बैंक का एक कर्मचारी करता है 'घोटाला'
पीएनबी बैंक घोटाले के बीच एक और सनसनीखेज मामला सामना आया है. आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में खुद खुलासा किया है कि बैंक के कर्मचारी घोटाले में लिप्त होते हैं.
नई दिल्ली: पीएनबी बैंक घोटाले के बीच एक और सनसनीखेज मामला सामना आया है. आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में खुद खुलासा किया है कि बैंक के कर्मचारी घोटाले में लिप्त होते हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि हर चार घंटे में बैंक का एक कर्मचारी धोखाधड़ी जैसे मामलों में पकड़ा जाता है. रिजर्व बैंक के तैयार किए एक डाटा के मुताबिक, देश में हर चार घंटे में एक बैंकर को फ्रॉड के केस में पकड़ा जाता है और सजा दी जाती है.
दो साल में पकड़े गए 5200 कर्मचारी
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, आरबीआई की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 1 जनवरी 2015 से 31 मार्च 2017 के बीच सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के 5200 कर्मचारी को धोखाधड़ी के मामलों में सजा हुई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, आरबीआई की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 1 जनवरी 2015 से 31 मार्च 2017 के बीच सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के 5200 कर्मचारी को धोखाधड़ी के मामलों में सजा हुई है.
दोषियों पर कार्रवाई की गई
आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 'फ्रॉड में पकड़े गए इन कर्मचारियों को दोषी घोषित करके उन पर पेनाल्टी लगाई गई. साथ ही नौकरी से भी निकाला गया. हालांकि, बैंक अभी अप्रैल 2017 से दिसंबर तक का डाटा तैयार कर रहा है.
आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 'फ्रॉड में पकड़े गए इन कर्मचारियों को दोषी घोषित करके उन पर पेनाल्टी लगाई गई. साथ ही नौकरी से भी निकाला गया. हालांकि, बैंक अभी अप्रैल 2017 से दिसंबर तक का डाटा तैयार कर रहा है.
फ्रॉड के मामले में SBI कर्मचारी टॉप पर
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की बात करें तो सबसे ज्यादा धोखाधड़ी के मामले में देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के कर्मचारी टॉप पर हैं. एसबीआई के 1538 कर्मचारियों को धोखाधड़ी के मामले में दोषी पाया गया. इसके अलावा इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों ने भी सबसे ज्यादा फ्रॉड किया. चौंकाने वाली बात यह है कि इन बैंकों की तुलना में एसबीआई के तीन गुना ज्यादा कर्मचारी ऐसे मामलों में शामिल पाए गए.
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की बात करें तो सबसे ज्यादा धोखाधड़ी के मामले में देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के कर्मचारी टॉप पर हैं. एसबीआई के 1538 कर्मचारियों को धोखाधड़ी के मामले में दोषी पाया गया. इसके अलावा इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों ने भी सबसे ज्यादा फ्रॉड किया. चौंकाने वाली बात यह है कि इन बैंकों की तुलना में एसबीआई के तीन गुना ज्यादा कर्मचारी ऐसे मामलों में शामिल पाए गए.
किस बैंक में कितना भ्रष्टाचार
बैंक | जनवरी-दिसंबर 2015 | जनवरी-दिसंबर 2016 | जनवरी-मार्च, 2017 | कुल |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | 888 | 547 | 103 | 1538 |
इंडियन ओवरसीज बैंक | 245 | 160 | 44 | 449 |
सेंट्रल बैंक | 248 | 130 | 28 | 406 |
यूनियन बैंक | 125 | 72 | 17 | 214 |
पीएनबी | 115 | 58 | 11 | 184 |
22 अन्य बैंक | 1127 | 1027 | 255 | 2409 |
कुल | 2748 | 1994 | 458 | 5200 |
कर्मचारियों की वजह से इतना बड़ा नुकसान
2013-14 | 2014-15 | 2015-16 | 2016-17 | कुल | |
कितने फ्रॉड हुए | 4305 | 4639 | 4690 | 3870 | 17504 |
कितने करोड़ का फ्रॉड | 10170 | 19455 | 18461 | 17750 | 66066 |
कर्मचारी लिप्त पाए गए | 501 | 551 | 582 | 450 | 2084 |
बैंकों को कितना हुआ नुकसान
आरबीआई की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि धोखाधड़ी में पकड़े गए कर्मचारियों की वजह से बैंकों को कितना नुकसान हुआ. आरबीआई के एक पुराने डाटा के मुताबिक, 1 अप्रैल, 2013 से 31 दिसंबर 2016 तक प्राइवेट बैंकों समेत सभी कमर्शियल बैंकों को 1704 फ्रॉड के मामलों से 66 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. फ्रॉड के कुल मामलों में बैंक कर्मचारी के मिले होने वाले मामलों की संख्या 2084 है.
आरबीआई की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि धोखाधड़ी में पकड़े गए कर्मचारियों की वजह से बैंकों को कितना नुकसान हुआ. आरबीआई के एक पुराने डाटा के मुताबिक, 1 अप्रैल, 2013 से 31 दिसंबर 2016 तक प्राइवेट बैंकों समेत सभी कमर्शियल बैंकों को 1704 फ्रॉड के मामलों से 66 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. फ्रॉड के कुल मामलों में बैंक कर्मचारी के मिले होने वाले मामलों की संख्या 2084 है.
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