पतंजलि के साथ ऑनलाइन जुड़कर कमाई का मौका, करना होगा ये काम get connect with patanjali
पतंजलि आयुर्वेद ने मंगलवार (16 जनवरी) को अमेजन, फ्लिपकार्ट, पेटीएम मॉल, बिगबास्केट और ग्रोफर्स आदि ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ करार किया है. इसके बाद पतंजलि के प्रोडक्ट को आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं.
नई दिल्ली : पतंजलि आयुर्वेद ने मंगलवार (16 जनवरी) को अमेजन, फ्लिपकार्ट, पेटीएम मॉल, बिगबास्केट और ग्रोफर्स आदि ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ करार किया है. इसके बाद पतंजलि के प्रोडक्ट को आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं. इससे पहले कंपनी की तरफ से patanjaliayurved.net पर अपने प्रोडक्ट्स की ऑनलाइन बिक्री की जा रही थी. ऐसे में आपके पास कंपनी के साथ जुड़कर अच्छी कमाई करने का मौका है. यदि आप कंपनी के साथ जुड़ते हैं तो हर महीने हजारों रुपए की कमाई कर सकते हैं. ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ जुड़ने के बाद पतंजलि आयुर्वेद तीन लाख ऑनलाइन और ऑफलाइन सेलर बनने जा रही है.
ऑनलाइन सेलर बनने का मौका
ऐसे में यदि आप भी बिजनेस करने का प्लान कर रहे हैं तो आपके पास अच्छा मौका है और कंपनी के साथ जुड़कर आप पतंजलि के ऑनलाइन सेलर बन सकते हैं. आपको बता दें कि देश में पतंजलि का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में यहां निवेश करना आपके लिए भविष्य में अच्छा हो सकता है. आपको बता दें कि अधिकतर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने पतंजलि के नाम का ही ऑप्शन दिया है.
ऐसे में यदि आप भी बिजनेस करने का प्लान कर रहे हैं तो आपके पास अच्छा मौका है और कंपनी के साथ जुड़कर आप पतंजलि के ऑनलाइन सेलर बन सकते हैं. आपको बता दें कि देश में पतंजलि का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में यहां निवेश करना आपके लिए भविष्य में अच्छा हो सकता है. आपको बता दें कि अधिकतर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने पतंजलि के नाम का ही ऑप्शन दिया है.
ऑथराइजेशन लेटर होना जरूरी
ऐसे में यदि आप ई-कॉमर्स साइट पर पतंजलि नाम से सर्च करेंगे तो आपको पतंजलि आयुर्वेद के सभी प्रोडक्ट नजर आने लगेंगे. ऐसे में पतंजलि का ऑनलाइन सेलर बनने के लिए आपके पास पतंजलि का ऑथराइजेशन लेटर होना जरूरी है. कोई भी सेलर पतंजलि के प्रोडक्ट तब तक नहीं बेच पाएंगे, जब तक उनके पास ऑथराइजेशन लेटर नहीं होगा. ऐसा करने के पीछे कंपनी की सोच है कि कोई भी सेलर पतंजलि के नाम पर फ्रॉड न कर सके.
ऐसे में यदि आप ई-कॉमर्स साइट पर पतंजलि नाम से सर्च करेंगे तो आपको पतंजलि आयुर्वेद के सभी प्रोडक्ट नजर आने लगेंगे. ऐसे में पतंजलि का ऑनलाइन सेलर बनने के लिए आपके पास पतंजलि का ऑथराइजेशन लेटर होना जरूरी है. कोई भी सेलर पतंजलि के प्रोडक्ट तब तक नहीं बेच पाएंगे, जब तक उनके पास ऑथराइजेशन लेटर नहीं होगा. ऐसा करने के पीछे कंपनी की सोच है कि कोई भी सेलर पतंजलि के नाम पर फ्रॉड न कर सके.
ऐसे बने सेलर
यदि आप भी पतंजलि के सेलर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पतंजलि आयुर्वेद की मार्केटिंग टीम को संपर्क करना होगा. पतंजलि के अभी देशभर में करीब 2 लाख सेलर हैं. पतंजलि अब सेलर की संख्या बढ़ाकर 5 लाख करना चाहती है. ऐसे में आप भी पतंजलि आयुर्वेद का सेलर बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं. पतंजलि का सेलर बनने के लिए आपके पास दुकान होनी चाहिए. पतंजलि की बेसिक जरूरतों को पूरा करने वाला सेलर बन सकता है.
यदि आप भी पतंजलि के सेलर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पतंजलि आयुर्वेद की मार्केटिंग टीम को संपर्क करना होगा. पतंजलि के अभी देशभर में करीब 2 लाख सेलर हैं. पतंजलि अब सेलर की संख्या बढ़ाकर 5 लाख करना चाहती है. ऐसे में आप भी पतंजलि आयुर्वेद का सेलर बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं. पतंजलि का सेलर बनने के लिए आपके पास दुकान होनी चाहिए. पतंजलि की बेसिक जरूरतों को पूरा करने वाला सेलर बन सकता है.
पतंजलि के ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ जुड़ने के बाद कंपनी को उम्मीद है कि इससे पतंजलि की बिक्री में तेजी से इजाफा होगा. ऐसे में आप भी पतंजलि के प्रोडक्ट के ऑनलाइन सेलर बन सकते हैं. पतंजलि के प्रोडक्ट को ई-कॉमर्स वेबसाइट पर बेचने के लिए आपको संबंधित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का भी सेलर बनना होगा. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का सेलर बनने के लिए इनकी वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा.
ऐसे कराएं ई-कॉमर्स वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर खुद को रजिस्टर करने के लिए आपके पास जीएसटी नंबर होना चाहिए. साथ ही आपको पैन और बैंक अकाउंट की डिटेल देनी होगी. इसके बाद कंपनी आपके साथ एमओयू साइन करेगी. करार के बाद आप वेबसाइट पर अपने प्रोडक्ट को अपलोड कर सकते हैं. वेरिफिकेशन के बाद प्रोडक्ट साइट पर दिखने लगते हैं. ज्यादातर कंपनियां सेलर से प्रोडक्ट ऑनलाइन बिकने के बाद कमीशन लेती हैं. ऑनलाइन पेमेंट में प्रोडक्ट कस्टमर के पास पहुंचने के बाद सेलर यानी कारोबारी के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए जाते हैं.
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर खुद को रजिस्टर करने के लिए आपके पास जीएसटी नंबर होना चाहिए. साथ ही आपको पैन और बैंक अकाउंट की डिटेल देनी होगी. इसके बाद कंपनी आपके साथ एमओयू साइन करेगी. करार के बाद आप वेबसाइट पर अपने प्रोडक्ट को अपलोड कर सकते हैं. वेरिफिकेशन के बाद प्रोडक्ट साइट पर दिखने लगते हैं. ज्यादातर कंपनियां सेलर से प्रोडक्ट ऑनलाइन बिकने के बाद कमीशन लेती हैं. ऑनलाइन पेमेंट में प्रोडक्ट कस्टमर के पास पहुंचने के बाद सेलर यानी कारोबारी के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए जाते हैं.
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