बाबा रामदेव की पतंजलि के प्रॉडक्ट अब ऑनलाइन भी मिलेंगे Baba Ramdev, Patanjali Products Online
Baba Ramdev, Patanjali Products Online: इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि अब पतंजलि नॉट फॉर प्रोफिट कंपनी बनने की तरफ बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी महाराष्ट्र में किसानों से संतरे खरीदेगी, उनकी यूनिट लग चुकी है।
योग गुरू बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने मिलकर अब पतंजलि के प्रॉडक्ट्स को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध करा दिया है। अब ग्राहक पतंजलि के प्रॉडक्ट अमेजन, फ्लिपकार्ट, पेटीएम मॉल, ग्रोफर्स और बिगबास्केट समेत अन्य बड़े ऑनलाइन पोर्टल से खरीद सकेंगे। इन कंपनियों के अलावा पतंजलि उत्पाद शॉपक्लूज व नेटमेड्स पर भी मिलेंगे। बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के अधिकारियों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि अब पतंजलि नॉट फॉर प्रोफिट कंपनी बनने की तरफ बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी महाराष्ट्र में किसानों से संतरे खरीदेगी, उनकी यूनिट लग चुकी है। उन्होंने बताया कि आने वाले दो साल के भीतर एक लाख करोड़ रुपए सालाना कैपिसिटी तैयार कर रहे हैं। कंपनी के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आजकल लोग ऑनलाइन शॉपिंग को प्राथमिकता दे रहे हैं, ऐसे लोगों के लिए ये अच्छा विकल्प होगा।
बाबा रामदेव ने कहा कि आने वाले 50 साल में पूरी दुनिया जीत सकें, इस सपने को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में पतंजलि 10 से 12 देशों में नंबर वन होगी। प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने खुद के बारे में और बालकृष्ण को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि बालकृष्ण और मैंने गांव से अपनी यात्रा शुरू की थी। हम किसान के पुत्र हैं।
इससे साफ है कि एफएमसीजी मार्केट में धूम मचाने के बाद ई-कॉमर्स क्षेत्र में आने से पतंजलि का क्षेत्र काफी बढ़ जाएगी। पतंजलि की ई-कॉमर्स साइट www.patanjaliayurved.net है। आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि स्वदेशी अभियान का ध्यान रखते हुए कंपनी चाहती है कि ये स्वदेशी प्रॉडक्ट हर घर में बिना किसी नीति या कारोबारी समझौते के पहुंचे। बाबा रामदेव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ऑनलाइन के माध्यम से सालाना 1 से 2 हजार करोड़ रुपए के पतंजलि उत्पाद बेचने का टारगेट रखा गया है। अपनी प्रॉडक्शन कपैसिटी के बारे में रामदेव ने बताया कि यह फिलहाल 30,000 करोड़ रुपए है जिसको अगले साल तक 50,000 करोड़ रुपए करना है।
No comments: